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Saturday, August 20, 2011

भगवान का अवतार जब कभी भी दुनिया में हुआ है, तब भक्तजनों को अपना सौभाग्य चमकाने का मौका मिल गया है


मित्रो ! इन दिनों दुनिया दो तरीके से बदल रही है इसे कौन बदल रहा है? बीसवीं सदी का अवतार, जिसे हम प्रज्ञावतार कहते हैं आदमी की अक्ल बहुत ही वाहियात है इस अक्ल ने सारी दुनिया को गुत्थियों में धकेल दिया है जितनी ज्यादा अक्ल बढ़ी है, संसार में उतनी ही ज्यादा हैरानी बढ़ी है आप कॉलेजों में, विश्वविद्यालयों में चले जाइए पहले वहाँ अराजक तत्त्व, अवांछनीय तत्त्व जन्म ले रहे हैं? आपको बदलता हुआ जमाना दिखाई नहीं पड़ता, आजकल बहुत हेर-फेर हो रहा है इस अक्ल ने दुनिया को हैरान कर दिया है इस अक्ल की धुलाई करने के लिए एक नई अक्ल पैदा हो रही है,जिसका नाम है-'महाप्रज्ञा'   चौबीसवाँ अवतार प्रज्ञा के रूप में जन्म ले रहा है आपको तो नहीं दिखाई पड़ता होगा शायद, पर आप हमारी आँखों में आँखें डालकर देखें हमारी आँखे बहुत पैनी हैं और बहुत दूर की देखने वाली हैं हमारी आँखों में टैलिस्कोप लगे हुए हंै आप आइए, जरा हमारी आँखों मेंआँखें डालिए, फिर देखिए क्या हो रहा है? जमाना बेहद तरीके से बदल रहा है यह कौन बदल रहा है? भगवान बदल रहा है भगवान का अवतार जब कभी भी दुनिया में हुआ है, तब भक्तजनों को अपना सौभाग्य चमकाने का मौका मिल गया है
पूज्यवर की अमृतवाणी--.२१

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