गलती करना बुरा नहीं है; बल्कि गलती को न सुधारना बुरा है । संसार के महान् पुरुषों ने अनेक प्रकार की गलतियाँ की हैं । रावण जैसा विद्वान् अपने दुष्कृत्यों से राक्षस जैसा बन गया । वाल्मीकि डकैत रहे हैं । सुर, तुलसी, कबीर, मीरा, रसखान आदि सांसारिक जीवन में गलती करते रहे थे, लेकिन इन्होंने गलती को सुधारा और आगे बढ़कर महापुरुष बने । स्मरण रखिए कि एक गलती को सुधारकर आप किसी न किसी क्षेत्र में आगे बढ़ जाते हैं ।
(अखण्ड ज्योति-गलती को कैसे सुधारा जाय ः १९५१, नवम्बर १४)
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