अगले दिनों धन का संग्रह कोई नहीं कर सकेगा क्योंकि आने वाले दिनों में धन के वितरण पर लोग जोर देंगे । शासन भी अगले दिनों आपको कुछ जमा नहीं करने देगा । अतः आप मालदार बनने का विचार छोड़ दें । आप अगर जमाखोरी का विचार छोड़ देंगे तो इसमें कुछ हर्ज नहीं है । अगर आप पेट भरने, गुजारे भर की बात सोचें तो कुछ हर्ज नहीं है । आप संतान के लिए धन जमा करने, उनके लिए व्यवस्था बनाने की चिन्ता छोड़ दें । उन्हें उनके ढंग से जीने दें । संसार में जो आया है, वह अपना भाग्य लेकर आता है ।
- सितम्बर-१९८० शांतिकुंज में उद्बोधन
No comments:
Post a Comment