संत और ऋषि आप पर दया करके, करुणा करके आपको सहायता कर सकते हैं, लेकिन आपको बच्चे समझते रहेंगे । जब तक आप माँगते रहेंगे, आपकी हैसियत बच्चों जैसी बनी रहेगी । भगवान से, गायत्री माता से ऊँची चीजें, कीमती चीजें पाने के लिए आपको जो काम करना है वह है कि आप एक चीज को छोड़ जाइए । कालमार्क्स कहते थे कि मजदूरों! तुम हमारी कंपनी में साम्यवाद में भर्ती हो जाओ । इसमें तुम्हारा बस एक ही नुकसान होगा कि तुम गरीबी खो बैठोगे । इसके अलावा फायदे ही फायदे हैं और मैं कहता हूँ कि एक चीज छोड़नी पड़ेगी आपको बाकी सब नफा ही नफा है । क्या छोड़नी पडे़गी? कृपणता । कृपणता आप पर हावी हो गई है । न पैसे की कमी है, न रोटी की कमी है । कृपणता को छोड़कर थोड़ा दिल बड़ा कीजिए, यह आज के समय की आवश्यकता है ।
गुरुवर की धरोहर-१/१४४
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